Neem karoli baba dhaam new look : बाबा नीम करोली महाराज का नाम तो आप सबने सुना होगा। जिनके यहां दर्शन करने के लिए दूर – दराज से लोग आते है। अब इसी बीच बाबा नीम करोली के कैंची धाम के विकास कार्य को लेकर मास्टर योजना बनना स्टार्ट हो गया है। इससे कैंची धाम जाने वाले भक्तों के लिए काफी लाभदायक होगा। जहां पीएम प नरेंद्र मोदी के विजन डॉक्यूमेंट की एलान पर उत्तराखंड के सरकार ने यह योजना स्टार्ट कर दिया है। इस योजना से कुमाऊं के टेंपल, पर्यटन स्थलों की फोटोज और सब कुछ पूर्ण रूप से चेंज हो जायेगा। इसके लिए नैनीताल के जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्बयाल के आदेश पर पर्यटन विभाग ने मास्टर योजना बनना स्टार्ट कर दिया है। इस योजना को कामयाब बनाने की जिम्मेदारी प्राइवेट एजेंसी को सौंपी गई है।
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नीम करोली बाबा के धाम का लुक होगा चेंज
बीते दिनों प्रधानमंत्री ने मानस खंड के डेवलपमेंट को अपने बजट में स्थान दी थी। जिसके द्वारा नैनिताल में मौजूद कैंची धाम, भवाली के नजदीक घोड़ासाला मौजूद गोलू देवता मंदिर व विश्व प्रसिद्ध पर्यटक नैनीताल में मौजूद नैना देवी माता की टेंपल का डेवलप होना है। वही इस मास्टर प्लान के द्वारा कैंची धाम जाने वाले भक्तों को लिए कई सुख – सुविधाएं मिलेगी। जिसमे दिव्यांग भक्तो के लिए मंदिर में जाने के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था होगी।

वही मंदिर के परिसर में जाने के लिए कई रास्ते भी बनाए जायेंगे। इसके साथ ही दूर – दराज से आए हुए लोगो के लिए विश्राम घर, मेडिटेशन सेंटर और खाने वाली जगहें भी बनाई जाएंगी। जहा नीम करोली बाबा की कैंची धाम के पास स्थित शिप्रा नदी के साइड घाट भी बनाया जायेगा। जिला प्रशासन ने कैंची धाम इलाके के आठ पट्टा धारकों से 2.25 एकड़ जमीन वापस लेकर पर्यटन विभाग को सुपुर्द कर दिया है। इससे पूर्व भी इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन दे दी गई है।
बनेंगे मैडिटेशन सेण्टर और बहुत कुछ
दरअसल, गवरमेंट ने कैंची धाम के नजदीक आठ लोगों को खेतीबारी करने के जमीन दिए थे परंतु ये लोग वहा फसल नहीं उपजा रहे थे। नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के अनुसार, कैंची धाम का मास्टर प्लान बनाने का डिजाइन रेड्डी कर लिया गया है और जल्द ही पार्किंग बनाने का कार्य भी प्रारंभ हो जायेगा। जहां देश-विदेश से आए हुए भक्ति बाबा जी दर्शन अच्छे से कर पाएंगे। उन्हें पार्किंग के निर्माण से देर तक जाम में फंसने से राहत मिलेगी।
पुराणों में गढ़वाल को केदारखंड व कुमाऊं मंडल को मानसखंड के तौर पर जाना जाता है। अब ऐसे में गवर्मेंट पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गढ़वाल के चार धाम की तर्ज पर कुमाऊं के टेंपल को विस्तारित करने की योजना बना रही है। जिसके लिए मानसखंड कॉरिडोर नाम से एक प्रोजेक्ट रेडी करा जा रहा है। इसके प्लान के द्वारा कुमाऊं के मुख्य मंदिरों में जाने के लिए भक्तो को आसानी होगी। जहा पर सभी सड़को के अच्छे सड़क से जोड़ा जा रहा है।