Noorul hasan ips : भारत एक ऐसा देश हैं जहां गरीबी और बेरोजगारी के कारण लाखों युवाओं के सपने अधूरे रह जाते हैं लेकिन आज इस लेख में हम ऐसी कहानी लाए हैं, जिसके बारे में सुनकर आपका दिल खुश हो जाएगा. दरअसल एक पिता ने अपने बेटे की पढ़ाई के लिए कुछ साल पहले घर की जमीन बेच दी थी लेकिन अब बेटे ने न सिर्फ अपने पिता और गांव का नाम रोशन किया बल्कि उनसे पूरे देश का नाम रोशन कर दिया हैं.
बेटे की पढाई के लिए बेची जमीन
पीलीभीत के हरायपुर गांव के नुरुल हसन की कहानी इन दिनों चर्चाओं में हैं. दरअसल नुरुल ने प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के एक छोटे से सरकारी स्कूल से की थी. ये स्कूल हिंदी मीडियम था और क्लास छठी तक उन्होंने कभी इंग्लिश नहीं पढ़ी थी. लेकिन नुरुल की किस्मत को तो कुछ और भी मंजूर था और उन्होंने मैट्रिक पास करने के साथ ही बीटेक करने की ठान ली. लेकिन घर की आर्थिक स्थिति उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दे रही थी.

बीटेक की फीस इतनी ज्यादा थी कि घर वालें फ़ीस देने में असमर्थ थे. लेकिन फिर नुरुल हसन के पिता ने एक ऐसा कदम उठाया, जिसने अभी को हैरान करके रख दिया.
दरअसल नुरुल हसन के भविष्य को संवारने के लिए काफी पैसों की जरुरत थी और उसके पिता के पास पैसे नहीं थे लेकिन वह नहीं चाहते थे कि पैसों की तंगी के कारण उन्हें बेटे का भविष्य खराब हो. जिसके बाद उन्होंने गांव की अपनी जमीन बेच डाली और शहर में 70 हजार रूपए में एक छोटा सा कमरा ले लिया. इसके बाद नुरुल ने पूरे मन लगाकर पढ़ाई पूरी की.
पढ़ाई पूरी करने के बाद नुरुल को तुरंत गुरुग्राम की एक निजी कंपनी में जॉब मिल गई हालाँकि उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी. इसके बाद उन्होंने साल 2015 में यूपीएससी की परीक्षा पास की और आज आईपीएस बनकर देश की सेवा कर रहे हैं. दरअसल उन्होंने अपने पिता की त्याग और बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया.