मां एक ऐसा शब्द है,जिसमे दुनिया की सभी खुशी मिलती है। जिसकी साए में हर बच्चा महफूज होता है। जहा ब्रिटेन से एक ऐसी ही खबर सामने आ रही है । की एक मां ने अपने बेटे की जिंदा होने का भरोसा है। जी हां! ब्रिटेन की एक मां अपने बच्चे के दिल की धड़कन का हवाला देते हुए लड़ती रही। मगर, इतनी लड़ाई के बाद भी अदालत ने उसके लाडले को मारा हुआ घोषित कर दिया था। दरअसल, ब्रिटेन में कुछ दिनों 12 साल का आर्ची का नाम काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि , आर्ची लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर जीवित था। चिकित्सक का मानना था की, एमआरआई टेस्ट के अनुसार उसका माइंड मृत हो चुका है। जिसके कारण आर्ची कोमा से बाहर नहीं आ पाएगा। इसलिए उसका लाइफ सपोर्ट सिस्टम निकल देना चाहिए।
पोस्ट को पड़ने के लिए धन्यवाद ,अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करे ताकि हमारा उत्साह बड सके .
आर्ची को डॉक्टर ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था
जबकि आर्ची की मदर डांस का कहना था की , उसका बेटा अपने जीवन और मौत के मध्य लड़ रहा है । और आर्ची की हर्टबिट चल रही है। उसे भरोसा है कि वो अवश्य प्रतिक्रिया करेगा। जिसे लेकर आर्ची की मदर यानी डांस ने अपने बेटे के लिए बीते चार महीने से इस अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी। जहा अपने बेटे की इलाज को लेकर वो हॉस्पिटल में उसकी इलाज के लिए। मांग कर रहे थे, जहां आर्ची के पैरेंट्स इसके लिए लंबी लड़ाई लड़े। आर्ची की मां को उम्मीद थी की उसके बेटे की धड़कन चल रही है। लेकिन डॉक्टर्स का कहना था की आर्ची अब ठीक नहीं हो सकता।

इसलिए उसे मौत की अनुमति दे दी जाए। क्योंकि आर्ची के माइंड ने चोट लगने के बाद उसका माइंड डेड हो गया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, ब्रेन डेड में माइंड रिस्पॉन्स करना बंद कर देता है। जहा रोज की प्रक्रिया तथा शरीर का चलना फिरना सब कुछ बंद हो जाता है।जिसमे मरीज एक जिंदा लाश की तरह पड़ा रहता है। आर्ची की मदर ने आदलत से अपने बच्चे की इलाज के लिए अनुमति मांगी। परंतु चिकित्सक के सलाह पर अदालत ने उसे वेंटिलेटर हटाने का फैसला सुनाया। आर्ची का दिमाग स्टेम फंक्शन टेस्ट करने में वो असमर्थ है। क्योंकि आर्ची ने पेरिफेरल नर्व स्टिमुलेशन टेस्ट को प्रक्रिया नहीं किया। इससे साफ है कि वो अब केवल वेंटीलेटर पर जीवित है और ठीक नहीं हो सकता।
लेकिन माँ के विश्वाश ने बच्चे को वापिस ला दिया
वही अदालत की तरफ से फैसला आने के बाद, डांस ने कहा की “मैं कानूनी लड़ाई लड़ते हुए अपने बेटे के पास रहने की प्रयास कर रही हूं। उसने मेरी हाथो को जोर से पकड़ा था। मुझे लगता है वो बताना चाह रहा की वह अभी भी यहां है। उसे अभी और वक्त चाहिए। कुछ दिन पहले ही उसने अपनी आंखें खोलना शुरू किया। जब उसकी वेंटिलेटर ट्यूब को बदला जा रहा था। उस वक्त उसकी आंखों में आंसू आ गए। मैं प्रकार अपने बेटे के मृत्यु को नहीं बरदास कर पाऊंगी।
मैंने चमत्कारों के बारे में जाना है , जब लोग ब्रेन डेड होकर वापस आ गए हैं।” दरअसल, डांस का बेटा बीते चार मंथ से कोमा में था।जिसे एक हादसे में उसके माइंड में चोट लग गई थी। और जिसका काफी समय से इलाज चल रहा था। वही हॉस्पिटल में इलाज बंद होने की प्रक्रिया स्टार्ट होने के बाद। करीब दो घंटे के बाद उसका देहांत हो गया।