हमारे देश के कोने – कोने में हर जगह कई ऐसी प्राचीन मंदिर है। जिनके बारे ने बहुत कम ही लोगो को मालूम होता है । कई जगह पर ऐसी पूजा स्थल है, जिसके बारे में बहुत सी मान्यताएं भी है। जिनके बारे में आज के युवा पीढ़ी को जानकारी शायद ही होगी। आज हम आपको एक ऐसी मंदिर के बारे में बताने वाले है। जिसके बारे में शायद कभी आपने सुना होगा। यह काफी पुराना मंदिर है , जो उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित है। यह गोरखपुर में स्थित ऐसा मंदिर है। जहां की ईश्वर , मां प्रकृति है। जी हां! यह के भगवान मां प्रकृति तथा इस मंदिर में शारीरिक और मानसिक तौर पर ग्राषित लोगो के दुखों का निवारण होता है, ऐसा मानना है। यह काफी पुराना मंदिर है, जिसका नाम आरोग्य मंदिर।
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आरोग्य मंदिर में होता है हवा और पानी से इलाज
आरोग्य मंदिर में प्रकृति के जरिए से हर तरह के बीमारियो से भक्तजनों के कष्टों उपचार तथा निवारण होता है। यह पर उपचार के लिए धूप, मिट्टी, नीर तथा हवा ही यहां की मेडिसिन है।जिसके मानसिक या शारीरिक तौर पर जूझ रहे लोगो का उपचार होता है। बीमारियो को खतम करने में योग आसन तथा आहार विहार की भी मदद लेनी पड़ती है। अधिकतर व्यक्ति को मालूम है कि रोग मुक्ति का उपाय मेडिसिन है। जबकि बॉडी में भी बीमारियो को खत्म करने की पावर अंतर्निहित है। जिन तत्व से बॉडी का निर्माण हुआ है यानी हमारा शरीर पृथ्वी, नीर, आग , आकाश तथा हवा से बना है।

और इन्ही सभी के द्वारा से आरोग्य मंदिर में बीमारियो से जूझ रहे लोगो को प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि कर। उन्हे इन रोगों से मुक्त किया जा रहा है। गोरखपुर में स्थित आरोग्य मंदिर के स्थापना की कहानी काफी दिलचस्प है। इस मंदिर के संस्थापक विटठ्लदास मोदी है। जो उच्च शिक्षा की प्राप्ति के दौरान भयंकर रूप से रोगों से ग्रसित हो गए थे । महज तीन वर्षो तक कई प्रकार मेडिसिन चली। परंतु इन सभी मेडिसिन से उन्हे किसी भी प्रकार का फायदा नहीं मिला। आखिरी में वो प्राकृतिक चिकित्सा के द्वारा ठीक हुए। जिसके बाद प्राकृति की चिकित्सा पर उनका भरोसा बढ़ता गया।
बहुत से आसध्य रोग होते है यहाँ ख़तम
तथा महात्मा गांधी से प्रेरित होकर , उन्होंने वर्ष 1940 में आरोग्य मंदिर का निर्माण किया। स्टार्टिंग में यह भाड़े के घर में चला करता था । जिसके बाद वर्ष 1960 में इसे मेडिकल कालेज के समीप गोरखपुर के आम बाजार में इस मदर को स्थापित कर गया। जिसके बाद से ही कई व्यक्ति इस मंदिर में आते है।और प्राकृति चिकित्सा के द्वारा अपनी रोगों से मुक्ति पाते है। गोरखपुर के आम बाज़ार में स्थित इस आरोग्य मंदिर में तमाम प्रकार की रोगों से लोगो को मुक्ति मिलती है। जिसमे अधिकतर इलाज कब्ज, शुगर, सर दर्द, शरीर और हड्डियों में हो रहे दर्द व हर प्रकार की शारीरिक और मानसिक बीमारियो का निवारण होता है।
यह प्रकृति की चिकित्सा से हर प्रकार की गंभीर रोगों से लोगो को मुक्ति मिलती है। अरोग्य मंदिर में अब तक लाखो लोग आ चुके है, अपनी बीमारियो के उपचार के लिए। जहा आकर प्रकृति की गोद में बैठकर उन्हे हर प्रकार के रोगों से छुटकारा प्राप्त होती है। वही इन बीमारियो को ठीक मिट्टी का पट्टी, कटि स्नान, मेहन स्नान, पाव को गरम जल से धोना, शरीर पर भींगी हुई पट्टी, भाप से नहाना, घुप सेकना, फास्ट करना, योग करना इत्यादि चीज़ों के द्वारा इन सभी प्रकार की बीमारियो का उपचार होता है। यहां अपनी रोगों से छुटकारा पाने के लिए लोगो को एक या दो महीने गुजारने पड़ते है। जहा रहने – खाने हर प्रकार की सुविधाएं प्राप्त होती है। यहां पर लोगो को स्वस्थ रहने के लिए भी सिखाया जाता है। यह मंदिर सभी को नेचर से जुड़ना सिखाता है।