Oil Price: मोदी सरकार ने तेल की कीमतों को लेकर एक बड़ा कदम उठाया हैं. दरअसल सरकार ने उत्पादित क्रूड आयल पर अप्रत्याशित लाभ कर (Windfall Tax) घटाकर जीरो कर दिया है. इसके आलावा सरकार ने डीजल निर्यात पर शुल्क आधा कर 50 पैसे प्रति लीटर कर दिया गया है. बता दे इंटरनेशनल मार्किट में क्रूड आयल के दाम में कमी के साथ सरकार ने ये कदम उठाया गया है.
3 अप्रैल(सोमवार) को जारी आधिकारिक आदेश के मुताबिक ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) जैसी बड़ी कंपनियों के माध्यम उत्पादित कच्चे तेल पर शुल्क को 3,500 रुपये प्रति टन से घटाकर जीरो कर दिया गया है.
टैक्स भी कम किया गया (Oil Price)

मोदी सरकार ने डीजल के एक्सपोर्ट पर टैक्स 1 रुपये लीटर से आधा करके सिर्फ 50 पैसे प्रति लीटर कर दिया है. इसी तरह विमान ईंधन (एटीएफ) एक्सपोर्ट पर टैक्स भी शून्य होगा. टैक्स के नए रेट्स 4 अप्रैल(मंगलवार) से प्रभाव में आ गई हैं. मार्च के दूसरे पखवाड़े में इंटरनेशनल मार्किट में आयल के दाम में नरमी को देखते हुए चार्ज में कमी की गई है. हालांकि, आयल एक्सपोर्टर देशों के संगठन (ओपेक) और उसके एसोसिएट देशों के अचानक से क्रूड आयल उत्पादन में कटौती के ऐलान से इस महीने क्रूड आयल के दाम चढ़े हैं. ALSO READ: योगी अदियानाथ के गाव के घर की तस्वीर जिसने देखी वो खुश हो गया
कच्चे तेल के दाम में आई नरमी (Oil Price)

इस विषय पर रेटिंग एजेंसी इक्रा लि. के सीनियर उपाध्यक्ष और ग्रुप के मुखिया (कॉरपोरेट रेटिंग) सब्यसाची मजूमदार ने बताया कि 21 मार्च, 2023 को स्पेशल एडिशनल ड्यूटी ऑफ एक्साइज (एसएईडी) की समीक्षा के बाद क्रूड आयल के दाम में नरमी आई है. इसके मद्देनजर चार्ज में कटौती की गई है. उन्होंने बताया, कि ‘हालांकि, ओपेक और उसके एसोसिएट देशों के रोज 11.6 लाख बैरल एक्स्सस प्रोडक्शन कट की घोषणा के बाद से क्रूड आयल की कीमतों में तेजी आई है. ऐसे में कच्चे तेल की कीमतें अगर आगे भी बढती हैं तो ड्यूटी रेट्स फिर बढ़ सकती है.’