वर्तमान समय में कैलासा देश काफी सुर्खियो में छाया हुआ है। दरअसल, कैलासा शहर नित्यानंद का देश बताया जाता है। नित्यानंद जिनके उनपर यौन शोषण और बलात्कार करने के अपराध है। वही कैलासा देश के बनाने वाले प्रतिनिधि जब यूएन पहुंची तो उस देश के बारे में जानने के लिए लोगो की इक्षाये जागृत हो गईं। जहां कई लोगों का दावा है कि, कैलासा कुछ नहीं केवल एक काल्पनिक कंट्री है। क्योंकि इसे किसी ने एक देश होने की मान्यता नहीं दी है। वही कई रिर्पोट की माने तो, इसमें यह पुष्टि होती है कि कैलासा के अपने नियम-कानून हैं। अपनी रुपया है, खुद का पासपोर्ट और अपना मंत्रिमंडल भी है। जहां उनके हिसाब से सब कुछ है। आगे हम आपको इस देश के बारे में गहराई से रूबरू करवाएंगे।
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नित्यानंद का देश कैलासा जिसका अपना सब कुछ है
लासा नाम जानकर यह मत सोचिएगा की ये कैलास पर्वत के पास मौजूद है। बिलकुल भी नहीं यह वहा पर नहीं मौजूद है। दरअसल, गलत काम करने वाले आरोपी बाबा जिसका नाम है नित्यानंद है। जो की इंडिया से भागकर कहीं दूर अपनी खुद का देश बना लिया है। जिसका अपना वेबसाईट भी है, इतना ही नहीं खुद का पासपार्ट है। उसका अपना मुद्रा भी है और अपना कानून – नियम भी है। कैलासा दावा करता है कि, यह धरती का सबसे महान हिन्दू राष्ट्र है। जो विश्वभर के हिन्दुओं को एक सेफ जगह देता है। यहां जाति-भेद नहीं है। इसका मकसद केवल सनातन रिलिजन की रक्षा करना है। बता दें कि, कैलासा की वेबसाईट कैलासा. ओआरजी जब आप खोलेंगे। तब आपको एक संदेश नजर आएगा। जिसमे लिखा रहता है, कैलासा बीना सरहदों वाला एक राष्ट्र है। इसे विश्वभर के उन सभी हिन्दू के लिए बनाया गया है। जिन्हे निकाल दिया गया है। जिनके उनका अपना कंट्री हिंदू रिलिजन मानने का अधिकार ले लिया हो।
नित्यानंद पर लगे थे कई गंभीर आरोप
नित्यानंद के बार में बताए तो, जबतक वो इंडिया में रहता था। यहां की जनता उनसे काफी दान दिया करती थी। जिसके बाद वो काफी अमीर हो गया था। वही जब उसपर बलात्कार करने का आरोप लगा तब नित्यानंद लैटिन अमेरिका के इक्वाडोर में खरीदे हुए अपने आइलैंड में जाकर छुप गया। वही इस जगह में रहते हुए उसने इसे कैलासा नाम दे दिया और अपना देश इसे बना लिया। वही इसका कैलासा देश एक हिंदू राष्ट्र देश है। जहां पर रहने वाले लोगो के पास अपना पासपोर्ट,अपना अधिकार, इतना ही नहीं यह पर हर तरह की भाषाएं बोली जाती । जैसे इंग्लिश, हिंदी, तमिल और भी अन्य भाषाएं बोली जाती है।
इसका अपना खुद का फ्लैग भी है। जहा इसके देश का राष्ट्रीय फूल कमल, राष्ट्रीय पशु नंदी, राष्ट्रीय पक्षी शारबम और राष्ट्रीय पेड़ बरगद है। कैलासा का ऐम एक धार्मिक अर्थव्यवस्था रेड्डी करना। इसका एक रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा भी है। इसके अलावा इसका अपना कैबिनेट भी है। जिसमे सभी मंत्रियों को भिन्न – भिन्न विभाग दिए गए है। हालांकि, नित्यानंद का देश कैलासा को यूएन ने एक काल्पनिक कंट्री बता दिया है। जिसका अपना खुद का कोई वजूद नहीं है।