हाल ही में भारत में 5 राज्यों में चुनाव खत्म हुए हैं जिनमें कुछ नतीजे काफी चौंकाने वाले आए। पंजाब में वर्षों पुरानी पार्टियों को पीछे छोड़ कर आप पार्टी ने अपना परचम लहरा दिया है। इसी के साथ ही अब पंजाब राज्य में आम आदमी पार्टी का शासन होगा। आज आपको आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान के जीवन के बारे में कुछ खास बातें बताते हैं। यह वही व्यक्ति हैं जिन्होंने राजनीति के लिए अपना घर परिवार तक छोड़ दिया था।
पोस्ट को पड़ने के लिए धन्यवाद ,अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करे ताकि हमारा उत्साह बड सके .
सीएम उम्मीदवार भगवंत मान की मेहनत लाई रंग
पंजाब में आम आदमी पार्टी के पीएम पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने पिछले काफी समय से राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत की है। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को जिताने में उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान है और उनकी यह मेहनत रंग लाई है। आम आदमी पार्टी ने पंजाब में पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। इस पार्टी का इस चुनावी सियासत में एक तरफा राज दिखाई दिया। जहां उन्होंने सभी को पीछे छोड़ दिया। अब भगवंत पंजाब में राजनीति का एक नया इतिहास लिखने जा रहे हैं। The Kapil Sharma शो में अर्चना पूरण सिंह की गद्दी पड़ी खतरे में ,वजह ये है

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी नहीं काफी अच्छी तरह से जीत दर्ज की है जिसके बाद अब भगवंत मान पूरे पंजाब राज्य का भार अपने कंधों पर उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रहे हैं। आपको बता दें कि भगवंत मान के निजी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। जहां उन्होंने राजनीति के लिए अपने परिवार तक का त्याग कर दिया था। राजनीति को प्राथमिकता मानते हुए उन्होंने परिवार को छोड़ना बेहतर समझा। जिसके बाद इस फैसले पर लोगों ने काफी आलोचना भी की।
7 साल पहले भगवंत मान का हो चुका है तलाक
आपको बता दें कि भगवंत मान का 7 साल पहले तलाक हो चुका है। 2015 में भगवंत मान का परिवार पूरी तरह से बिखर गया था जहां उनका अपनी पत्नी के साथ तलाक हो गया और उनके दो बच्चे भी उनके साथ नहीं रहते हैं। एक बार इंटरव्यू के दौरान भगवंत मान ने खुलासा किया कि उनके बच्चे उनसे बात तक नहीं करते हैं। पंजाब के CM को हराने वाला करता है मोबाइल रिपेयरिंग का काम ,जाने कितनी सम्पति का मालिक है
परिवार को समय नहीं देने के कारण हुआ तलाक
भगवंत मान ने बताया कि उनकी अपने बच्चों से फोन पर बात भी नहीं होती है। उन्होंने माना कि परिवार को उचित समय ना देने के कारण उनकी पत्नी ने उनसे तलाक लिया। दोनों की आपसी सहमति से यह तलाक हुआ। जिसके बाद भगवंत मान पूरे पंजाब को ही अपना परिवार मानते हैं।