यह बात तो सभी को पता है कि इस समय 2000 रुपए के नोट कम ही दिखाई देने लगे हैं. दरअसल अब इन 2000 के नोटों की छपाई लगभग बंद हो चुकी है और इसे लेकर आरबीआई ने नई गाइडलाइन भी जारी की है जो सूचना काफी महत्वपूर्ण है. रिजर्व बैंक द्वारा अब बाजार मे इस संबंध में यह सूचना सभी लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाती है.

यह तो आप सभी को पता है कि आज से 6 साल पहले सरकार ने नोटबंदी की थी और इसके बाद से ही देश में काफी कुछ बदलाव हो गए हैं. इस मामले में 2000 रूपये के नोट को लेकर अब एक नई सूचना सामने आ रही है.भारत में डिजिटल सेवाएं बढ़ने और डिजिटल लेनदेन ही ज्यादा होने के कारण अब 2000 रूपये के नोटों को लेकर आरबीआई ने एक नई गाइडलाइन जारी की है. इस समय मार्केट में यह नोट काफी कम संख्या में नजर आ रहे हैं और इसी के तहत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक नई सूचना जारी की है.
छपना बंद हो गए 2000 के नोट
सबसे बड़ी जानकारी हम दे रहे हैं कि पिछले 3 सालों से 2000 के नोट सरकार द्वारा नहीं छापे जा रहे हैं और इनका बाजार में लेनदेन भी धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है. ऐसे कारण बाजार में भी 2000 के नोट काफी कम मात्रा में देखने को मिलते हैं. आरटीआई के अनुसार हमें यह जानकारी मिली है कि वर्ष 2019-20, 2020-21, 2021-22 के अंदर कोई भी 2000 का नोट RBI द्वारा नहीं छापा गया है.
ये नोट RBI करता है जारी
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 नवंबर 2016 को मध्य रात्रि में 500 और 1000 रुपए के नोटों का चलन बंद कर दिया गया था. इसके बदले भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा बाजार में नए 2000 और 500 रुपये के नोटों का चलन शुरू किया गया था. जिसके बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 2 रूपये, 5 रूपये, 10 रूपये, 20 रूपये, 50 रूपये, 100 रूपये, 200 रूपये, 500 रूपये और 2000 रूपये के नोट ही चलाये जा रहे है.
कितनी कम हुई 2000 के नोटों की हिस्सेदारी
सरकार द्वारा नए नोटों का चलन इसलिए जारी किया गया था ताकिबाजार में मंदी ना आए और इनका चलन शीघ्र से शीघ्र शुरू हो जाए. लेकिन अब देखने में आ रहा है कि मार्केट में 2000 के नोट काफी कम मात्रा में नजर आ रहे हैं. 31 मार्च 2022 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा एक सूचना जारी की गई थी जिसमें बताया गया था कि दी गई तारीख तक बाजार में 2000 के नोटों की हिस्सेदारी केवल 13.8 प्रतिशत ही रह गई है.
नकली नोटों की संख्या
अगर हम आपको नकली नोटों की संख्या के बारे में साl 2018 में ये 54,776 थी जबकि 2019 में इनकी संख्या बढ़कर 90,566 हो गई और साल 2020 में तो इनकी मात्र में अधिक वृद्धि हुई और ये बढ़कर 2,44,834 हो गई.