भारत को कृषि प्रधान देश कहा कहा जाता है। जहा काफी लंबे वक्त से हमारे देश के किसान भाई पारंपरिक खेती करते आ रहे हैं। खासकर हमारे किसान भाई सब्जी तथा अनाज की खेती बारी करते है । लेकिन वर्तमान समय में अधिक लाभ के लिए किशन भाई कुछ अलग प्रकार की खेती बारी कर रहे। जिससे ज्यादा से ज्यादा कमाई हो सके । कुछ डिफरेंट करने की चाहत में मोती किसानों के लिए अच्छा ऑप्शन बन कर उभरा है। मोती की खेती कर किसान लाखो रुपए कमा रहे है। लेकिन यह विकल्प अब तक कुछ ही लोगो ने अपनाया है,जिसके बारे में उन्होंने जानकारियां दी है। जहा मोती की खेती कर आज वो लाखो रुपए की कमाई कर रहे है। तो आईए जानते कैसे करते मोती की खेती। मोती एक प्राकृतिक रत्न है जिसकी शिप से पैदावार होता है। बाहरी कणों के शिप के अंदर जानें से मोती का निर्मित होती है।
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मोती की खेती से आप भी कमा सकते है लाखो रुपये महिना
मोती रेड्डी होने में करीब चौदह महीने का लंबा वक्त लग जाता है। मोती के अच्छे गुण कर कारण उसकी रेट भी डिसाइड होती है। एक सामान्य मोती की कीमत तीन सौ से पंद्रह सौ रुपए होती है। वहीं डिजायनर मोती के लिए इंटरनेशनल मार्केट में दस हजार रुपए तक की अच्छी कीमत प्राप्त हो सकती है। जिससे आप लाखो रूपए कमा सकते है। मोती की खेती एक अच्छा विकल्प है। इन मोतियों की डिमांड भारतीय मार्केट के साथ ही इंटरनेशनल मार्केट में भी काफी ज्यादा है। इन मोतियों की खेती से अच्छी आमदनी देख किसानों का रुझान इसकी तरफ ज्यादा देखने को मिल रहा है।
और आज के समय में किसान अब इसकी खेती करने लग गए है। लेकिन अधिकतर लोग इसकी खेती नहीं कर रहे।कुछ ही लोग है, जो इन मोतियों की खेती कर रहे है। और लाखो रूपए कमा रहे है। यदि आप वैज्ञानिक विधि के अनुसार , इन मोतीयो की खेती करते हैं । तब आप एक अच्छी मोटी की पैदावार कर सकते है। जिसे मार्केट में सेल कर आप अच्छी कमाई कर सकते है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की, इन मोतियों की खेती के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से दिसंबर तक का माना जाता है। क्योंकि शरद ऋतु में इसकी काफी अच्छी उत्पादन होती है। इन मोती की खेती के लिए भूमि की जगह तालाब की आवश्यकता पड़ती है। तालाबो में शिप के द्वारा मोती की खेती की जाती है।
बहुत आसान है इस से कमाई करना
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस तरह की मोती को हम अपनी इच्छा के मुताबिक डिजाइन,कलर तथा रूप दे सकते हैं। हालांकि यह प्राकृतिक मोती में संभव नहीं होता। मोती की उत्पादन के लिए जितना आवश्यक प्रशिक्षण है। उतनी ही आवश्यक उसके लिए इस्तेमाल में आने वाले वस्तु तथा रखरखाव भी है । जिसका विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, तभी अच्छी मोती की पैदावार होगी। आप स्टार्टिंग में एक हजार शिपों के संग मोती खेती का कार्य स्टार्ट कर सकते हैं। मोती की खेती करने से पूर्व सबसे पहले आपको शिप की आवश्यकता होगी। जिसके लिए आप इन्हे इक्कठा करेंगे।
इनको आप तालाबों नदियों व अन्य पानी वाली जगहों से इकट्ठा कर सकेंगे। हालांकि,अब ये मार्केट में भी मिल जाते है। वही इसकी सर्जरी करने से पूर्व इन शिपो को दस से पंद्रह दिनों तक पानी में रखा जाता है। जिसके बाद उनकी सर्जरी होती है,वही तालाब में डालने के बाद इन पर खास देना भी देना पड़ता है। जिसके प्रति काफी देखभाल की आवश्यकता होती है। जहा चौदह महीने में यह मोती बनकर रेड्डी हो जाती है। वही किसान इससे एक अच्छी डिज़ाइनर मोती प्राप्त करते है, जिसे अच्छी कीमत पर मार्केट में बेचते है। जिसकी खेती कर आज के समय में किसान तीस से पैंतीस लाख रुपए की अच्छी कमाई कर रहे है।
