हर गुरु और शिष्य का एक अलग ही रिश्ता होता है। जहा शिष्य अगर गुरु को गर्व महसूस कराए तो फिर क्या कहना। ऐसी ही एक खबर क्रिकेट जगत से सामने आ रही है । जहा शिष्य के कुछ अच्छा करने पर गुरु को बेहद गर्व हुआ। और इस खुशी में गुरु ने कुछ ऐसी बात कह दी जिसे जानने के बाद हर कोई उनकी बाते करते नजर आ रहा है। जो इन दिनो दोनो गुरु और शिष्य सुर्खिया बटोरते नजर आ रहे है। जहा हालही में क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने सचिन तेंदुलकर के बेटे को लेकर कुछ ऐसा कहा है। जिसे जानने के बाद चारो तरफ उनकी चर्चाएं हो रही है।
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अर्जुन तेंदुलकर के गुरु है योगराज सिंह
दरअसल, यह बात उस दौरान की है जब पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने अपने डेब्यू में कमाल कर दिया। जब अर्जुन तेंदुलकर अपने शुरुआती क्रिकेट करियर में रणजी ट्रॉफी मुकाबले में शानदार शतक लगाया। जिसे देखने के बाद उन्हें योगराज सिंह ने संदेश लिखकर कहा कि, “यह बात लिखकर रख लो तुम एक दिन महान ऑलराउंडर बनोगे।” आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर योगराज सिंह से तालीम ली है और वो उनके गुरु है।

कुछ मंथ पूर्व अभिनेता और कोच योगराज सिंह ने अर्जुन तेंदुलकर को ट्रेनिंग दी थी। जिसके बाद से ही बताया जा रहा था कि, अर्जुन को अब बेहतरीन शिक्षक मिले हैं। उन्होंने अपने बेटे युवराज सिंह को ऑलराउंडर बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी। जहा कुछ मंथ पूर्व अर्जुन तेंदुलकर ने पोरवोरिम में राजस्थान के खिलाफ गोवा के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में धमाकेदार शतक जड़े और ऐतिहासिक सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया ।
बोले एक दिन महान आल राउंडर बनेंगा
हालही में हुई एक बातचीत के दौरान योगराज सिंह ने कहा कि, सितंबर में उन्हें एक संदेश मिला था। जहा उनके बेटे युवराज सिंह ने उन्हे कॉल किया था। उन्होंने काल कर कहा कि, “पिताजी, अर्जुन तेंदुलकर दो सप्ताह के लिए चंडीगढ़ में है। और सचिन तेंडुलकर ने निवेदन किया है कि क्या आपके पास अर्जुन को प्रशिक्षित करने का वक्त है?” जिसपर उन्होंने कहा कि, “मैं सचिन को मना नहीं कर सकता था, क्योंकि वो मेरे बड़े बेटे के जैसा हैं। लेकिन मेरी एक शर्त थी। जहा मैने अपने बेटे युवराज को कहा कि, तुम मेरे प्रशिक्षण के तौर – तरीके को जानते हो। और मैं नहीं चाहता कि कोई किसी भी तरह से हस्तक्षेप करे।
” बता दें कि, योजराज़ सिंह तालीम देने के दौरान काफी कड़े शिक्षक के तौर पर जाने जाते है। जहा उन्होंने अर्जुन तेंदुलकर को प्रशिक्षित करने की हामी भर दी। और उन्होंने पहले ही डेब्यू मैच में अपने गुरु को गर्व महसूस करा दिया। जहा धमाकेदार शतक लगा कर सभी के दिलो को जीत लिया है। सचिन तेंदुलकर के लाडले अर्जुन ने 207 बॉल पर सोलह चौके और दो छक्के लगाए। जिसमे एक सौ बीस रन हासिल कर अपने गुरु सहित सबके दिलो को जीत लिया है।