आए दिन कोई ना कोई मूवी रिलीज होती रहती है। जिसमे कई फिल्मों को दर्शको द्वारा काफी पसंद भी किया जाता है। वही कई फिल्मे पौराणिक कथाओं पर आधारित भी रहती है। जिसे दर्शको के द्वारा काफी पसंद किया जाता है। ऐसी ही एक फिल्म है , “अवतार: द वे ऑफ वॉटर” जेम्स कैमरून द्वारा निर्देशित है। यह मूवी पहले पार्ट के रिलीज होने के तेरह साल बाद इसकी दूसरी पार्ट सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। जिसके पहले पार्ट को भी दर्शको के द्वारा काफी पसंद किया गया था। जहा इस फिल्म के पहले पार्ट ने 2.9 बिलियन डॉलर की जबरदस्त कमाई की थी। अब इस फिल्म की दूसरी पार्ट भी रिलीज हो चुकी है।
Avatar 2 फिल्म हुई सिनेमाघरों में रिलीज़
जिसका कनेक्शन भारत के पौराणिक कथाओं से भी जोड़ा जा रहा है। जिसके बारे में आगे हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से विस्तार से बताएंगे। फ़िल्म “अवतार” पार्ट वन साल 2009 में रिलीज हुई थी। जहा अब इसकी दूसरी पार्ट “अवतार: द वे ऑफ वॉटर” भी आज सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है। जेम्स कैमरून ने इस फिल्म को निर्देशित किया है। जिसमे अपनी सोच – विचार से इस काल्पनिक संसार का विस्तार काफी शानदार तरीके से किया है। इस मूवी के पहले पार्ट में हवा में टंगे पहाड़, हवा से संबंध रखने वाले जीवों की दुनिया को दिखाया था। अब फिल्म निर्देशक जेम्स कैमरून ने उसका संबंध पानी से दिखाया है।
अनुपमा सीरियल में काम करने वाली ये सुंदर अदाकारा है मिथुन चक्रवती की बहु
वायु के जैसा जल भी भारतीय पौराणिक कथाओं में वर्णित पंच तत्व में से एक है। जिसके बारे में जानने के बाद लोगो के मनो में यहीं ख्याल आता है कि इसका संबंध भारतीय पौराणिक कथाओं से है। तो आईए जानते है इस फिल्म का इंडिया से क्या संबंध है? मशहूर हॉलिवुड फिल्म निर्देशक जेम्स कैमरून ने फिल्म अवतार में दर्शकों को साल 2154 में बसी पैंडोरा की काल्पनिक संसार से वाकिफ करवाया था। जिसमे ब्लू कलर के लंबे-लंबे इंसानों की आबादी देखने को मिली थी। जिनको जेम्स कैमरून ने नावी का नाम दिया था। ये सभी नावी मनुष्य के जैसे नजर आते थे, परंतु ये इंसान नहीं थे। जिसमे संसार को वायु में टंगे हुए दिखाया था। वही अब “अवतार: द वे ऑफ वॉटर” में जेम्स कैमरून ने अब नावी की पानी में बसी हुई संसार को दिखाया है।
क्या कनेक्शन है इस फिल्म का भारत के साथ
इस मूवी में देखा जा सकता इसमें फिल्म निर्देशक ने जल में रहने वाले जीवों और उनकी दुनिया को दिखाया है। जहा पर नावी जैसे रहते है वहा पर के सभी जीव – जंतुओं को भी बेहद प्रेम करते है। जहा भारतीय पौराणिक कथाओं में जल में रहने वाले जीव – जंतुओं का भी वर्णन है। जैसा की भारतीय पौराणिक कथाओं में यह भी बताया जाता है कि, भगवान श्री विष्णु जी ने संसार को बचाने के लिए मत्स्य रूप भी लिया था। अब ऐसे में भारतीय संस्कृति से जोड़ पाना काफी सरल है। इसके पहले पार्ट में नावियों की दुनिया में वायु को दिखाया गया था। पैंडोरा में बसी ‘अवतार’ की इस दुनिया में वायु में उड़ने वाले जीव, ड्रैगन्स दिखाए गए थे। जिसपर पर सवारी कर वह लोग इधर से उधर जाते थे।

और ऐसा ही कुछ भारतीय पौराणिक कथाओं में भी वर्णित है कि , पुराने समय में लोग सभी जीव – जंतुओं के संग मिलकर रहा करते थे। जैसा ‘अवतार’ फिल्म में भी दिखाया गया है। जहा लोग सभी जीव – जंतुओं के संग मिलजुल कर रहा करते है। भारतीय देवी-देवता भी पक्षियों और उड़ने वाले जीवों का इस्तेमाल वाहन के रूप में किया करते थे। जहा फिल्म निर्देशक जैम्स कैमरुन की मूवी “अवतार” को देख ऐसा लग रहा है कि, ये हिंदू रिलीजन से ही प्रेरित होकर इस फिल्म को बनाया है। वही फिल्म निर्देशक ने भी एक बार अपने बातचीत के दौरान कहा था कि, मुझे यह भारतीय पौराणिक कथाएं काफी पसंद है। जिसपर उन्होंने कहा था कि, हिंदू कल्चर में हवा, पानी, अग्नि ,आकाश व धरती जैसी सभी तत्व का जिक्र है। जो मनुष्य के विचारो को भी निर्देशित करते है। और हम इस संसार को कैसे देखते है ये इनके भी चिन्ह है।
Naagin 6 की तेजस्वी प्रकाश करण कुंद्रा से पहले इन 4 लडको पर भी डाल चुकी डोरे